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Ayushman Bharat Scheme
संवाददाता कृष्णकांत पांडेय | बलिया | Ayushman Bharat Scheme | जनपद में 35 हजार से अधिक ने आयुष्मान कार्ड से कराया उपचार

केस-1 | घोरहरा निवासी 53 वर्षीय पन्ना देवी

घोरहरा निवासी 53 वर्षीय पन्ना देवी को बहुत दिनों से सीने में तेज दर्द हो रहा था। वह बताती हैं “17 जून 2023को जिला अस्पताल जाकर जाँच करायी तो डॉक्टर ने बताया कि मुझे हृदय की बीमारी है। तब मैं बहुत परेशान हो गयी कि इस आर्थिक तंगी में मेरा इलाज कैसे होगा। मेरा परिवार किसानी करके जीवन यापन करता है। तभी मुझे डॉक्टर से पता चला कि आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Scheme) के जरिये मेरा निःशुल्क इलाज करवाया जा सकता है। यह जानने के बाद ख़ुशी हुई कि इलाज़ के खर्च का बोझ सिर पर नही रहा।

आयुष्मान कार्ड होने की वजह से आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) से जुड़े निजी चिकित्सालय गौरव हॉस्पिटल में अपना इलाज कराया। इलाज का ख़र्च 32,670 रुपया आया, लेकिन मेरा एक भी रुपया इसमें नहीं लगा और निःशुल्क उपचार हो गया। अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूँ। इस योजना के लिए सरकार को धन्यवाद देती हूँ”

केस-2 | पुरास निवासी 20 वर्षीय कालिंदी

पुरास निवासी 20 वर्षीय कालिंदी ने बताया कि उन्हें पेट दर्द की समस्या थी। वह बताती हैं “जब मैंने जिला अस्पताल जाकर 16 जून 2023 को जाँच करायी तो डॉक्टर ने बताया कि मुझे अपेंडिक्स है। तब मैंने जिले के योजना से जुड़े निजी अस्पताल एस पी सिटी हॉस्पिटल जगदीशपुर में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपना इलाज कराया। आयुष्मान कार्ड अगर नही होता तो मेरा नहीं इलाज हो पाता। इलाज में 19,910 रुपया का खर्च आया, लेकिन मेरा एक भी रुपया नहीं लगा। हम जैसे गरीबों के लिए आयुष्मान कार्ड किसी वरदान से कम नहीं है। मेरा परिवार खेती किसानी करके जीवन यापन करता है”।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ विजय यादव बताते हैं

कि सिर्फ पन्ना देवी और कालिंदी ही नहीं, अब तक जनपद के अंतर्गत 35 हजार से अधिक लाभार्थियों ने आयुष्मान कार्ड के जरिये अपना इलाज कराया है, जिसमें 54.60 करोड़ रुपये का पूरा खर्च सरकार ने वहन किया है। वह बताते हैं कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सरकार की महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजना है। जिसे 23 सितंबर 2018 को शुरू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। योजना के तहत सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के अनुसार चिन्हित लाभार्थी परिवार को प्रति वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जा रही है। इसके तहत जिले में आयुष्मान कार्ड धारकों को लाभ दिया जा रहा ।

इस योजना का उद्देश्य जनपद के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है। योजना के तहत सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 की सूची के अनुसार केंद्र सरकार से पात्र लाभार्थियों का चयन किया गया है और उन्हीं का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। योजना के तहत जिले से राजकीय और निजी अस्पतालों को मिला कर 18840 कार्डधारियों ने 25.46 करोड़ रुपये के इलाज का लाभ लिया है। वहीं 16747 कार्डधारियों ने जनपद से बाहर 23.62 करोड़ रुपये के इलाज का लाभ प्राप्त किया है।

उन्होंने बताया कि (Ayushman Bharat Scheme)

आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जिले के राजकीय अस्पतालों व निजी चिकित्सालयों में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्डधारी चिकित्सा का भरपूर लाभ ले रहे हैं। इसमें अन्य प्रदेशों के विकसित शहरों में भी चिकित्सा का लाभ प्राप्त करने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। जनपद में 13.50 लाख आयुष्मान कार्डधारी पोर्टल पर पंजीकृत हैं । उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में 243, जिला महिला अस्पताल में 112, दुबहड़ सीएचसी पर 10, सोनवानी सीएचसी पर 44, खेजुरी सीएचसी पर 42, सियर सीएचसी पर 60, सिकंदरपुर सीएचसी पर 71, सोनबरसा सीएससी पर 94, रसड़ा सीएससी पर 55, रेवती सीएचसी पर 29, बांसडीह सीएचसी पर 29, व सीएचसी नरही 164 को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से इलाज का लाभ मिला है।


वहीं निजी क्षेत्र के चिकित्सालयों जैसे गौरव हॉस्पिटल में 1802, असर्फी हॉस्पिटल में 2113, बलिया ट्रामा सेंटर में 30, डॉ महावीर सिंह हॉस्पिटल में 984, जीवन ज्योति हॉस्पिटल में 83, माँ चैरिटेबल हॉस्पिटल में 180, सत्या हॉस्पिटल में 22, शांति देवी नेत्रालय में 9098, शांति सर्जिकल हॉस्पिटल में 190, शारदा हॉस्पिटल में 428, शिवम हॉस्पिटल में 622,एस0 पी0 सिटी हॉस्पिटल में 1722, जननायक चंद्रशेखर कैंसर हॉस्पिटल 533,माया हॉस्पिटल 42 व गुलाब चंद्र हॉस्पिटल 38 लाभार्थियों ने इलाज प्राप्त किया है ।

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